
استاد سید مهدی حسینی بیان
1404/08/1706:46
| 1 | مسائل مستحدثه | 1402-1403 | 0 | 0 | 0 | 16 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 1 | 0 | 0 | 0 | 16 | 0 | 0 | 0 | 0 | ||
| 2 | كتاب الطهارة | 1404-1405 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 3 | كتاب الطهارة | 1403-1404 | 0 | 0 | 0 | 65 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 4 | كتاب الطهارة | 1402-1403 | 0 | 1 | 1 | 29 | 2 | 1 | 1 | 0 |
| 5 | كتاب الطهارة | 1400-1401 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 6 | كتاب الطهارة | 1399-1400 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 5 | 0 | 1 | 1 | 94 | 2 | 1 | 1 | 0 | ||
| 7 | کتاب الطهارة | 46-47 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 1 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | ||
| 8 | المفاهيم | 1404-1405 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 9 | اجتماع امر و نهی | 1403-1404 | 0 | 0 | 0 | 79 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 10 | اجتماع امر و نهی | 1402-1403 | 0 | 1 | 1 | 27 | 1 | 0 | 1 | 0 |
| 11 | اجتماع امر و نهی | 1400-1401 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 12 | اجتماع امر و نهی | 1399-1400 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 5 | 0 | 1 | 1 | 106 | 1 | 0 | 1 | 0 | ||
| 13 | سوره دهر | 1403-1404 | 0 | 0 | 0 | 14 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 14 | سوره: قیامت | 1402-1403 | 0 | 0 | 0 | 10 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 15 | سوره کهف | 1400-1401 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 16 | سوره کهف | 1399-1400 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 17 | سوره قیامت | 1402-1403 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 18 | سوره واقعه | 1400-1401 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 19 | سوره واقعه | 1399-1400 | 0 | 0 | 0 | 1 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 7 | 0 | 0 | 0 | 25 | 0 | 0 | 0 | 0 | ||
| 20 | حکمت ها | 1403-1404 | 0 | 0 | 0 | 2 | 0 | 0 | 0 | 0 |
| 1 | 0 | 0 | 0 | 2 | 0 | 0 | 0 | 0 | ||
| 20 | 0 | 2 | 2 | 243 | 3 | 1 | 2 | 0 | ||
